हिमाचल प्रदेश विद्युत बोर्ड लिमिटेड (HPSEBL) में सुक्खू सरकार बड़े पैमाने पर फील्ड स्टाफ की भर्ती करने जा रही हैं।
ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए CM सुक्खू (News Himachal)
हिमाचल प्रदेश सरकार ने राज्य विद्युत बोर्ड लिमिटेड (HPSEBL) में फील्ड स्टाफ की कमी को दूर करने के लिए बड़े पैमाने पर भर्ती का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने सोमवार, 7 अप्रैल 2025 को शिमला सचिवालय में ऊर्जा विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए यह घोषणा की।
बैठक में यह तय किया गया किगया।HPSEBL में फील्ड स्टाफ की बड़े पैमाने पर भर्ती की जाएगी ताकि विद्युत कार्यों का सुचारू संचालन सुनिश्चित हो सके। वर्तमान में स्टाफ की कमी के चलते कई क्षेत्रों में विद्युत आपूर्ति प्रभावित हो रही थी, जिसे दूर करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
CM सुक्खू कहा कहा कि विद्युत बोर्ड के कार्यों के सुचारू संचालन के लिए HPSEBL में बड़े पैमाने पर फील्ड स्टाफ की भर्ती की जाएगी। उन्होंने कहा कि राज्य में निर्बाध विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित करने में एचपीपीटीसीएल के अधिकारी और कर्मचारी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के प्रयासों की सराहना की।
फिलहाल HPSEBL के कई अधिकारी ऊर्जा निदेशालय, हिमाचल प्रदेश पावर ट्रांसमिशन कॉरपोरेशन लिमिटेड (HPPTCL) और पावर कॉरपोरेशन में प्रतिनियुक्ति पर कार्यरत हैं। इन अधिकारियों को 30 अप्रैल तक स्थायी रूप से समायोजित होने का विकल्प दिया जाएगा, और इसके पश्चात जो पद रिक्त रहेंगे, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर भरा जाएगा।
मुख्यमंत्री ने यह भी घोषणा की कि 100 मेगावाट क्षमता की उहल चरण-3 जल विद्युत परियोजना का शीघ्र लोकार्पण किया जाएगा। यह परियोजना 17 मई 2020 को पेनस्टॉक फटने की घटना से प्रभावित हुई थी। सरकार ने इसके कार्य को तेजी से आगे बढ़ाया और 185 करोड़ रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की। अब तक इस परियोजना से 2.97 करोड़ यूनिट विद्युत उत्पादन हो चुका है। पूर्ण संचालन के बाद यह परियोजना प्रति वर्ष लगभग 392 मिलियन यूनिट बिजली का उत्पादन करेगी, जिससे राज्य को लगभग 200 करोड़ रुपये का वार्षिक राजस्व प्राप्त होगा।