हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम के पेंशनरों ने मंडी में उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से मुलाकात कर समय पर पेंशन न मिलना, चिकित्सा बिलों में देरी और पेंशन बढ़ोतरी के एरियर जैसे अहम मुद्दों पर मांगपत्र सौंपा। उपमुख्यमंत्री ने जल्द बैठक का आश्वासन दिया। पेंशनरों ने मासिक बैठक में बजट की कमी, न्यायालय आदेश की अनदेखी और नए सेवानिवृत्त कर्मचारियों की समस्याओं पर भी चिंता जताई।
छवि स्रोत: हिमाचल पर्यटन विभाग, मंडी गैलरी (himachaltourism.gov.in)- न्यूज़ हिमाचल
मंडी। हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन निगम पेंशनर कल्याण संगठन मंडी इकाई का प्रतिनिधिमंडल मंगलवार को उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से सर्किट हाउस में मिला और अपनी समस्याओं का मांगपत्र सौंपा। इकाई के प्रधान अनूप कपूर ने बताया कि उपमुख्यमंत्री ने जल्द ही संगठन के पदाधिकारियों के साथ बैठक के लिए समय और तिथि निर्धारित करने का आश्वासन दिया है।
पेंशनर कल्याण संगठन के प्रतिनिधिमंडल ने उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री से मुलाकात के दौरान पेंशनरों की विभिन्न समस्याओं से अवगत कराया। मुख्य रूप से समय पर पेंशन न मिलने, चिकित्सा बिलों के भुगतान में देरी और पेंशन बढ़ोतरी के एरियर के भुगतान में हो रही देरी के मुद्दे शामिल थे। प्रधान अनूप कपूर ने बताया कि उपमुख्यमंत्री ने पेंशनरों की समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए जल्द ही विस्तृत बैठक का आश्वासन दिया है।
इसके बाद एचआरटीसी के पेंशनरों ने वरिष्ठ नागरिक भवन मंडी में मासिक बैठक की। इस बैठक में पेंशनरों ने निगम प्रबंधन और सरकार की बेरुखी से इस माह फिर से पेंशन का भुगतान न होने पर गहरा रोष जताया। बैठक के दौरान आगामी रणनीति पर भी विचार-विमर्श किया गया और पेंशनरों ने अपनी मांगों पर एकजुटता दिखाई।
पेंशनरों ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि सरकार हर माह परिवहन निगम को वेतन और पेंशन के लिए केवल 63 करोड़ रुपये दे रही है, जबकि वास्तविक आवश्यकता 67 करोड़ रुपये की है। यह 4 करोड़ रुपये का अंतर पेंशन भुगतान में निरंतर देरी का प्रमुख कारण बन रहा है। इससे पेंशनरों को हर माह आर्थिक परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
पेंशनरों ने 2022 से लंबित चिकित्सा बिलों के भुगतान में हो रही देरी पर गंभीर चिंता जताई। उन्होंने बताया कि राशि के आवंटन की घोषणा के बावजूद अभी तक कोई भुगतान नहीं किया गया है। इससे बीमार पेंशनरों को न केवल आर्थिक परेशानी हो रही है, बल्कि कई पेंशनरों की बीमारी के बाद मौत भी हो चुकी है, जिससे उनके परिवारों को दोहरी मार झेलनी पड़ी है।
बैठक में पेंशनरों ने हैरानी जताई कि न्यायालय के स्पष्ट आदेश के बावजूद 5, 10 और 15 फीसदी पेंशन बढ़ोतरी के एरियर का भुगतान करने में प्रबंधन भेदभाव कर रहा है। कुछ पेंशनरों को इसका लाभ मिला है, जबकि अधिकांश को अभी तक इंतजार करना पड़ रहा है।
पेंशनरों ने कहा कि मार्च 2024 के बाद सेवानिवृत्त हुए एचआरटीसी कर्मचारियों को एक साल से पेंशन और पेंशन लाभ जारी न करके प्रताड़ित किया जा रहा है। सेवानिवृत्ति के बाद लंबे समय तक पेंशन न मिलने से इन कर्मचारियों के सामने आर्थिक संकट गहरा गया है।
बैठक में महासचिव रोशन कटोच, सुरेश चंद्र वर्मा, रोशन कटोच, देवी सिंह, लेखराज शर्मा, पवन शर्मा, सुभाष शर्मा, बलवीर, प्रकाश चंद, पद्मनाभ, धनी राम सहित अनेक पेंशनर उपस्थित थे।